मैं बहुत उत्साहित हूँ क्योंकि आज मेरा ब्लॉग हिंदी भाषा में है | आज मैं अपने जीवन के बारे में हिंदी में लिखूंगा |

जंगल में एक आधुनिक झोपड़ी (तम्बू ) में रहते हुए गर्म रहना नित्य एक युद्ध लड़ने की तरह है | मुझे हमेशा लकड़ी के ढेर में नज़र रखनी पड़ती थी कि कितनी लकड़ी बची है | यदि उसमें उतनी लकड़ी नहीं जो हमें तीन-चार दिन तक गर्म रख सके तो इसका अर्थ है कि काम पर जाने का समय हो गया | कुछ लोग अपने गैस का बिल चुकाने के लिये हर महीने कुछ घंटे काम करते है | मैं भी हर महीने लकड़ी बटोरने के लिये कुछ घंटे काम करता |
मैं आवश्यक चीजों को इकट्ठा करता- एक बहुत तेज धारीदार धनुषनुमा आरी और एक तिरपाल लकड़ी रखने और उसे घर तक खीचने के लिये व हमेशा की तरह एक वहनीय सी.डी. प्लेयर जिसका संगीत मुझे उत्साहित रखता | इन सभी के साथ मैं एक और चीज रखता | मैं बेबी स्लिंग पहनता और उसमें नन्हे डेगन को रखता |
मैं जंगल में उस ओर जाता हूँ जहाँ मैंने एक मृत पेड़ देखा था | जब मैं वहाँ पहुँचता मैं डेगन को नीचे जमीन पर खेलने के लिये अपने कार्यस्थल से एक निश्चित दूरी पर रखता | मैं संगीत चलाकर सुनता और सूखे पेड़ों को जोर से धक्का देता | वह पूर्ण रूप से मृत होते परन्तु देर से टूटते | मैं और जोर से धक्का देता और पेड़ का सिरा हिलने लगता तभी टूटने की आवाज आती और पेड़ का तना तीन भागों में टूट जाता | डेगन उन पत्थरों को छोड़कर पेड़ को देखने के लिये उठता ,जिससे वो खेल रहा था |

जब वो नीचे गिरता तब मैं उसे काटना शुरू करता | सबसे पहले मैं छोटी-छोटी टहनियां तोड़ता क्योंकि यह जलाने के लिये बहुत अच्छी रहती | मैं उनके ढेर को अलग रखता | जब वो खत्म हो जाती तब मैं बड़ी-बड़ी टहनियों को काटता और उनके ढेर लगाता | मैं उन्हें उतने छोटे टुकड़ों में काटने के लिये ,जिससे की वे स्टोव में समा सके, जोर से मारता और छोटे टुकड़ों में काटता | डेगन भी ऐसा करने की कोशिश करता और स्वयं भी कुछ लकड़ियां भाग को मैं धनुषनुमा आरी से काटता|
अंत में ,मैं पेड़ के तने को आरी से टुकड़ों में काटता | मुझे वापस घर जाकर कुल्हाड़ी से उसे चीरना पड़ता, फिर मैं जितना हो सके सभी टुकड़ों को तिरपाल में रखकर स्लिंग में डेगन को रखता और हम अपने घर वापस जाते | मैं बाकि बचे हुए टुकड़ों को लेने वापस आता |
मैं लकड़ी इकट्ठा करने के लिये एक दो घंटे खर्च करता | और यह लकड़ियां को लगभग एक हफ्ते से ज्यादा गर्मी प्रदान करने के लिये पर्याप्त होतीं और अंत में, यह कार्य गैस के बिल चुकाने के लिये ऑफिस में कार्य करने की तुलना में ज्यादा मेहनत वाला होता | यह कार्य मैं अपने बेटे के साथ करता | ऐसा लाभ शायद ही कोई अन्य नौकरी मुझे दे सकती |
Todd, first a heartfrlt applause to come up with hindi.. As i read the first line i wanted to immediately congratulate you for your interest in the language. In awe of your post. Will read it detailed in a short while and further comment on it.. 😇😇😇
Thank you! It has been a long process requiring that I even learn to change how I think. I have a good teacher, though, so every day it gets easier. Still, this particular effort took quite a while. I learned a lot as I did it, though.
Hindi padna bhi ek yudh hi laga! 😂
hindi padhna garv hai khushi hai soubhagy hai.
This is so inspiring Todd. I’m so happy to read this, in fact I’m not familiar with many words used here.
congratulation Todd . very nice .proud of you .
Many congratulations!
It will take a long time to read, so I read the English version instead 🙂
बेहद खूबसूरत ।आपकी कलम में जादू है सम्मोहन है।
Aww बहुत बहुत धन्यवाद !
👍