आज मैं साढ़े चार बजे उठा और उसके बाद मैं लगभग छह बजे घर से निकला | सायकल चलाकर मैं अपने शहर टोरंटो के चाइना टाउन में पहुंचा |आज मौसम बहुत ठंडा था | ठंडी हवा के साथ तापमान माइनस सत्रह डिग्री महसूस हो रहा था | महामारी के कारण सड़कें खाली थीं इसलिए सायकलिंग बहुत अच्छी हुई | हमारा शहर बहुत सुन्दर दिख रहा था| तीस मिनट के बाद मैं एक चर्च में पहुंचा| वहाँ मैं और मेरे दोस्त नाश्ता बनाये| हर हफ्ते इस चर्च में हम गरीबों को मुफ्त नाश्ता देते हैं|

आज का दिन कुछ अलग था, क्योंकि महामारी के कारण हम बहुत ज्यादा सावधानी बरत रहे थे| हमने दो अंडे, ब्रेड के दो टुकड़े और कुछ केक बैग में डाले और साथ में कॉफ़ी भी दी | आज पैसठ (65) लोग आये| अधिकतर सामान्य दिनों में, ये लोग चर्च में खा सकते हैं पर हमें लगता है कि आज उन लोगों को महामारी के कारण चर्च के बाहर खाना चाहिए| कुछ लोग उदास थे, क्योंकि बाहर बहुत ठंड थी और उनके पास दस्ताने भी नहीं थे तो हम उन्हें दस्ताने भी दिए| एक आदमी ने कहा – मैं बहुत खुश हूँ क्योंकि दो दिनों से मेरे घर में खाना नहीं था |लगभग एक घंटे के बाद हमारी नाश्ता सेवा बंद हुई | हम थोड़े से चिंतित है क्योंकि शायद हमारा स्वास्थ विभाग शहर में सबकुछ बंद रखेगा | मैं यही सोच कर चिंतित हूँ कि यदि हमारी नाश्ता सेवा बंद होगी तो बहुत सारे लोग भूखे रह जायेंगे|
Very nice work
बहुत धन्यवाद! 🙂
Yes and not only food but also places to use the bathroom such as the library, churches and fast food restaurants are now shut to the homeless. It is a desperate time here too for them.