मेरे एक नए अध्याय में कुछ महत्वपूर्ण महिलाओं की भूमिका

मेरे बेटे डेगन के जन्म के छह महीने बाद, मेरा जीवन एकदम अलग हो गया | मैंने अपनी नौकरी छोड़ी | हमारे कपड़े, पलंग और कुछ खाना बनाने वाले बर्तनों को छोड़कर हमने अपने सभी सामान दूसरों को दे दिए | मैं, मेरी धर्मपत्नी सेज, हमारा बेटा डेगन आठ बिल्लियों के साथ छोटे से कैम्पर में रहने लगे, पर यह निवास स्थान स्थायी नहीं था | एक महीने बाद हमारे नए मकान (यर्ट) का सामान पहुंचने वाला था | यर्ट, एक पारम्परिक मंगोलियन घर का आधुनिक प्रकार है | यर्ट आकार में गोल होता हैं और हमारे यर्ट का व्यास लगभग छह मीटर था |  हमारे दोस्तों की ज़मीन बहुत बड़ी थी इसीलिए हम यर्ट के लिए कोई भी जगह चुन सकते थे | 

हम अपने मकान के सामान का इंतज़ार कर रहे थे और दूसरे कामों व्यस्त थे | हमारा बेटा पांच महीने का था इसीलिए मैं पूरा दिन व्यस्त रहता था | हर सुबह मैं नाश्ता बनाता था | नाश्ता बनाने के बाद मैं डैगन को लेकर जंगल में घूमने जाता था | हम साथ-साथ कई घंटे बिताते थे | डेगन के लिए सभी चीज़ नई थी | हर पौधा, हर पत्थर और हर नदी हम ध्यान से देखते थे | डेगन बहुत छोटा था इसीलिए कुछ समय बाद उनका सर मेरे कंधे से धीरे-धीरे नीचे आ जाता था और वह मेरे हाथ में सो जाता था |  हम दोनों को जंगल बहुत पसंद था |

हमारी यर्ट की जगह के लिए कुछ महत्वपूर्ण चीज़ें जरुरी थी  : 

  • ज़मीन का समतल होना क्योंकि पहाड़ी जमीन पर मकान नहीं बना सकते | 
  • नदी का पास नहीं होना क्योंकि जब बारिश आयेगी , हमारा घर नहीं डूबेगा |
  • यर्ट की जगह छायादार  होनी चाहिए क्योंकि गर्मी में बाहर का तापमान चालीस से ज्यादा होता है और हमारे पास  बिजली की व्यवस्था नहीं थी|
  • सड़क से ज्यादा दूर न होना|

एक दिन मुझे एक अच्छी जगह मिली | वह लगभग सड़क से तीन सौ मीटर दूर थी| वह काफी समतल थी और उसमें बहुत ज्यादा पेड़ भी नहीं थे | (यदि उस जमीन पर बहुत से पेड़ होते तो हमें पेड़ों को काटना पड़ता ) मुझे उस जमीन के बारे में एक बात पसंद आयी कि मैं उस जगह से एक पहाड़ भी देख सकता था |

एक दिन हमारे यर्ट का सामान एक बड़े से ट्रक में आया | हमारी सड़क बहुत पतली थी इसीलिए हमने सामान को छोटे पिकअप ट्रक में डाला | हमने अपने यर्ट का सामान एक दोस्त के गैरेज में रखा |

यर्ट का सामान ट्रक में

यर्ट के लिए हमें सबसे पहले एक फर्श बनाना पड़ता है| मैंने यह काम कभी नहीं किया था | मैंने केवल कंप्यूटर पर ही काम किया था, परमैं जानता था कि सब अच्छा होगा क्योंकि हमारी एक दोस्त जो बहुत अच्छी कारपेंटर थी, हमें निर्देश देते जा रही थी | वो काम को आसानी से करने का तरीका बताई | कठिन कामों को उसने खुद किया | तीन हफ़्तों के बाद एक गोल फर्श तैयार हुआ | अब यर्ट बनाने की शुरुआत हो चुकी थी| 

एक दिन आठ-दस महिलाऐं हमारी मदद के लिए आयी  | मैं डेगन को सम्हाला हुआ था | सेज और सभी महिलाओं ने  हमारे यर्ट का सामान गैरेज से लेकर यर्ट वाली जगह तक पहुँचाया | वे सभी बहुत मज़बूत थीं|  दो घंटे बाद एक बड़े सामान को छोड़कर सभी सामान खाली जमीन में पहुँच चुका था| | वह बड़ा टुकड़ा  हमारी दीवार का था | वह एक लम्बी और बहुत भारी रोल में था | कैसे उसे ले जाया जाये ? अंत में सेज की माताजी ‘काईट’ को एक बहुत अच्छा विचार आया | वो हमारे कैम्पर में गयी और तुरंत वापस आयी | उनके हाथ में हमारा कम्बल था | वो हमारे  कम्बल को ज़मीन पर फैलाई | फिर वो और तीन अन्य महिलाओं ने हमारी दीवार के रोल को कम्बल पर रखा | पांच महिलाऐं आयी और एक महिला ने कहा “मैं डेगन को लेती हूँ | आप और सेज अपने घर का काम कर सकते हैं |”  मैं उन महिलाओं के साथ कम्बल को पकड़ा और ऊपर खीचा | यह सब थोड़ा सा कठिन था पर हम बिल्कुल कर सकते थे | हम छह लोग- महिलाएँ और एक आदमी, तीन सौ मीटर का एक बड़ा दीवार उठाए | बीस साल तक हमने उस कम्बल का उपयोग किया और जब वह फट गया, मैंने उस कम्बल का एक टुकड़ा काटा और इस फोटो के साथ फ्रेम में रखा |

12 thoughts on “मेरे एक नए अध्याय में कुछ महत्वपूर्ण महिलाओं की भूमिका

    1. Thanks, Rupali. I’m slowly improving. I still need a bit of help here and there with getting my ideas out just right or a word I didn’t know (most notably this time it was “छोड़कर”) but it’s lots easier than it was a few years back.

  1. As I have mentioned before, your yurt years take me right back to our friends’ communal property with every kind of home made abode. Yurts, tree house, dug into the ground so virtually underground. Sorry to miss you Saturday. Intended to but family intervened. Talk to you over tea soon.

    1. I love all of those “alternative dwellings” – I used to sit and drool over Lloyd Kahn’s “Shelter” (Likely you’ve seen it – https://www.goodreads.com/book/show/381860.Shelter) for hours back in those days.

      And there really is something about building something as a community. We were clueless when we moved there and if it weren’t for the help of all of those women both at the yurt raising and throughout our stay there we’d have had to move back to the city before our first winter even hit.

      Looking forward to seeing you for tea soon!

      1. I figured you would know that one! I really loved it. Many of the women who helped us had moved there in that same time window: 1971-1978 and shared stories. At one time a friend of ours gave us a large cache of Mother Earth News magazines from that era as well which were incredibly inspiring. The classified ads at the back were especially lovely – people trying to connect to do great things from traveling cross-country to starting a utopian commune. Even long before the Internet like-minded people scattered around the country found ways to connect.

      2. Can’t remember if I ever mentioned that my youngest sibling lived on a lesbian separatist commune at one point. Even boy children over 14 had to leave.

      3. I don’t remember if you told me but that’s really interesting. Many of my “family of choice” lived in a similar place. There weren’t really any folks living there regularly with kids so it never became an issue though I needed permission and consensus to go for a visit whether it was for an afternoon or a week.

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