मैं और मेरी जीवनसाथी, सेज, हम दोनों अलग प्रकार के कपल हैं | सन् १९९१ में हम इन्टरनेट पर मिले | दो महीने बाद हम एक दूसरे से मिले और सेज जब वापस अपने घर जा रही थी उस दिन अंत में मैं उनसे पूछा “आप मेरे साथ हमेशा रहना चाहती है क्या?” उन्होंने कहा “हाँ” और उस दिन से लेकर तीस साल से हम साथ साथ हैं |
पर शुरुआत में हम शादी नहीं किये | हमने सोचा कि हम धार्मिक नहीं हैं इसलिए हमने भगवान के लिए शादी नहीं की | हमारे परिवार बहुत ही परम्परागत नहीं थे इसीलिए हमने उनके लिए भी शादी नहीं की | हम एक दूसरे पर बहुत विश्वास करते थे इसीलिए हमनें एक दूसरे के लिए भी शादी नहीं की |
पर अंत में हमने एक कारण ढूंढा | चलिए मैं बताता हूँ :
एक दिन सेज और मैं पुस्तकालय गए और जब मैंने गाड़ी पार्क किया मैंने दिल से कहा :
“सेज! मेरी जान, मेरी कंपनी मुझे मेडिकल इन्सुरेंस देती है पर यदि हम अविवाहित है तो वे तुम्हें ये सुविधा नहीं दे सकते हैं | शायद हमें शादी कर लेनी चाहिए |”
सेज ने कहा “ओके ठीक हैं | हम कर सकते…पर हम एक बिल्ली पालेंगे |”
सेज का परिवार बहुत खुश था – “हमारे परिवार में एक और सदस्य आ गया है | हम कब उनसे मिल सकते हैं ?”
और मेरा परिवार? मैं अपने को पित्ताजी फोन किया |
“डैड – गेस करो क्या होने वाला है ?”
“पता नहीं, क्या ?”
“अगले वीकेंड मैं और सेज शादी करेंगे !”
“ओ…” उसका आवाज़ में थोड़ी नाराजगी थी “क्योंकि सेज गर्भवती है ?”
“नहीं, क्योंकि हम दोनों एक दूसरे को प्यार करते हैं |”
हमने शादी के लिए निम्नलिखित तैयारियां की –
१) बिल्लियों के शेल्टर जाएँगे और एक बिल्ली अडॉप्ट करेंगे |प्रपोजल के तीन दिनों बाद हम एक छोटी काली और सफ़ेद बिल्ली अडॉप्ट किये |

२) हमारी सरकार कहती है कि शादी के पहले “ब्लड टेस्ट” ज़रूरी हैं | वे ब्लड टाइप और अन्य बिमारियों की जाँच करते हैं| बिल्ली को गोद लेने के बाद हम डॉक्टर के पास गये – वो ब्लड टेस्ट किये और सब ठीक था |
३) सरकारी दफ्तर जाना शादी का लाइसेंस लेने के लिए |
सेज को प्रपोज करने के चार दिन बाद हम सरकारी दफ्तर गए | हम फॉर्म्स भरे और दस मिनिट बाद सभी प्रक्रिया पूरी हो गयी |
४) एक “Justice of the peace” से मिलना |
शादी के प्रोपोसल के एक हफ्ते बाद हम शादी की रस्म के लिए “Justice of the peace”के पास गए जो एक महिला थी| ये रस्म उनके घर में ही हुई | मेरा भाई भी हमारे साथ आया था | सेज और मैं दोनों काला पेंट और सफ़ेद शर्ट पहनते थे| मैं ऑफिस के जूते पहना था और सेज उनका हाईकिंग बूट्स पहनी थी |
पांच मिनिट बाद रस्म पूरी हो गयी | रस्म के दौरान क्या हुआ ? वो सिर्फ कुछ प्रतिज्ञा बोली और हम दोनों दुहराए – जैसा फिल्मों में होता है पर बहुत छोटा था क्योंकि सेज ने कहा “हमारी शादी की प्रतिज्ञाएँ सिर्फ कम से कम बोलिए” क्यों? क्योंकि शादी के पहले हम दोनों सभी ज़रूरी और रोमांटिक बातें एक दूसरों को बोल चुके है ? क्यों हमें कुछ और अजनबी के सामने बोलना चाहिए?
उस के बाद बीस मिनिट तक हम “justice of the peace” से उनकी बिल्ली के बारे में बात कर रहे थे |
शादी की रस्म के बाद हम भोजनालय दोपहर का खाना खाने गए | हम अपने घर वापस आए और हम तीनों साथ साथ टीवी देखे | पूरी शादी का खर्च : बिल्ली, टेस्ट, सरकारी फॉर्म, रस्म और तीन लोगों के लिए लंच मिलाकर सिर्फ $200 – लगभग Rs.15,000 था |
कुछ इंसान पूछते हैं “आपको कोई अफ़सोस होता हैं ?”
बिलकुल नहीं | शादी किसलिए हैं ? कुछ लोग इंसानों, भगवान, परिवार, और दोस्तों के लिए शादी करते हैं | पर हमारे लिए ऐसा नहीं था | हम एक दूसरे के साथ हैं | क्या और चाहिए ?
हृदय को छूने वाला पोस्ट, टॉड। बहुत खूबसूरत लिखा है, सच में और क्या चाहिए। आप और सेज इसी तरह हमेशा एक दूसरे के साथ रहें। शुभकामनाएं।
बहुत धन्यवाद 🙂
बहुत ही प्यारी और समझदारी भरी कहानी है आपकी। ढेर सारी शुभकामनाएं।
धन्यवाद – और मैं भी एक बहुत किस्मत वाला आदमी हूँ |
Love this post Todd.
Thanks!
So amazing that you write such long posts in Hindi. I take a long time to even read, forget about writing. I read only the first few sentences you wrote. But, kudos to you. Truly inspirational!
I’m long-winded in every language! *laughing* But seriously, the writing doesn’t feel too bad. But like you I can get impatient with reading. There are still lots of words I have to look up and depending on the story sometimes idioms that I have to ask others what they mean. So I often get discouraged easily when I do that.
I think a lot of rituals have evolved due to human nature and the ways of the world. A lot of people don’t marry these days despite living together because a divorce is an expensive affair. Anyways, you had all the right reasons to marry! Thanks for sharing your life, Todd…..it is good to see this post in Hindi!